आलिया के कहने पर भंसाली ने किया गंगूबाई से प्रियंका को OUT!

करीना कपूर – चमेली
इस रोल को करीना कपूर के करियर का बेस्ट परफॉर्मेंस मेंं से एक माना जाता है। फिल्म में करीना एक कोठे वाली लड़की के किरदार में दिखाई देती हैं जो एक रात में अपने क्लाईंट की ज़िंदगी का नज़रिया बदल देती है।

तबू – चांदनी बार
मधुर भंडारकर की इस फिल्म के लिए तबू को नेशनल अवार्ड मिला था। इस फिल्म के ज़रिए तबू ने बार में डांस करने वाली लड़कियों की ज़िंदगी का सच उजागर करने की कोशिश की थी।

वास्तव
नम्रता शिरोडकर ने संजय दत्त की वास्तव में कोठे पर काम करने वाली एक लड़की की भूमिका निभाई थी। ‘धंधेवाली’ के इस किरदार के लिए उन्हें काफी प्रशंसा मिली थी।

देव डी
अनुराग कश्यप की देव डी में कल्कि कोचलिन ने आज के ज़माने की चंद्रमुखी की भूमिका निभाई थी। फिल्म में कल्कि एक आम लड़की की भूमिका में थी जो अपना एक MMS वायरल होने के बाद इस धंधे में उतर आती है।

कोंकणा सेन शर्मा – ट्रैफिक सिग्नल
फिल्म में कोंकणा नूरी नाम की एक लड़की के किरदार में थीं जो सिगनल पर खुद को बेचकर अपना गुज़ारा करती है। फिल्म मधुर भंडारकर ने डायरेक्ट की थी।

वहीदा रहमान – प्यासा
गुरूदत्त की प्यासा भारतीय सिनेमा की सबसे बेहतरीन फिल्मोंं में टॉप पर गिनी जाती है। फिल्म में वहीदा रहमान के रोल गुलाबो को फिल्म की हीरोइन माला सिन्हा के रोल से ज़्यादा प्रशंसा मिली थी।

विद्या बालन – बेगम जान
सृजित मुखर्जी की बेगम जान में विद्या बालन एक ऐसे कोठे वाली की भूमिका में थी जिसका कोठा, विभाजन के बाद गिराने के आदेश दिया गया है। अपनी लड़कियों के लिए बेगम जान कैसे लड़ती है यही फिल्म की कहानी थी।

चिंगारी – सुष्मिता सेन
कल्पना लाज़िमी की फिल्म में सुष्मिता सेन छोटे शहर में कोठे में रहने वाली एक लड़की की भूमिका में थी जो कोठे पर काम करके अपना गुज़ारा करती है और कोशिश करती है कि उसकी बेटी उसके जैसी ना बने, पर नाकाम रह जाती है।

मार्केट – मनीषा कोईराला
फिल्म में मनीषा एक कोठे वाली लड़की के किरदार में थीं जो उन लोगों से बदला लेने की कोशिश करती है जिन्होंने उसे बेचा था। फिल्म की कहानी अच्छी थी लेकिन प्रमोशन नहीं मिलने के कारण बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली।

अमर प्रेम
फिल्म में शर्मिला टैगोर एक कोठेवाली की भूमिका में थींं जिससे राजेश खन्ना को प्यार हो जाता है।